कोसी बैराज के फाटक खुलने के कारण सम्पूर्ण बिहार को बाढ़ का सामना करना पड़ा है तथा किसानों के फसल बर्बाद हो चुके हैं तथा किसानों को बहुत नुकसान झेलना पड़ा है। किसानों के नुकसान हुए फसल की कुछ हद तक भरपाई करने के लिए सरकार ने बिहार में कृषि इनपुट की घोषणा की है जिसके लिए ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन लिए गए हैं।
पर अभी-अभी किसानों ने आवेदन करना चालू ही किया था कि पोर्टल बंद हो गया और सप्ताह भर से बंद चल रहा है ऐसे में जो किसान आवेदन नहीं कर पाये वे बहुत चिंतित है अगर आप भी एक किसान हैं और आप आवेदन नहीं कर पाएँ हैं तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण हैं हम इस लेख में आपको अंदर कि खबर देंगे कि कब से दुबारा पोर्टल चालू होगा और आप कृषि इनपुट के लिए आवेदन कर पाएंगे लेख को अंत तक पढ़ें।
कृषि इनपुट में कितनी मिलती है राशि
अगर किसी किसान का बाढ़ के कारण फसल का नुकसान हुआ है और वह कृषि इनपुट के लिए आवेदन करता है तो मुआवजा वर्षा आश्रित ( असिंचित ) फसल क्षेत्र के लिए 8500 रुपए प्रति हेक्टेयर, सिंचित फसल क्षेत्र के लिए 17000 रुपए प्रति हेक्टेयर तथा शस्वत/ बहुवर्षीय फसल के लिए 22500 प्रति हेक्टेयर देय है, जो आवेदन के सत्यापन के बाद डीबीटी के माध्यम से सीधे किसानों के खाते में भेजी जाती है।
आवेदन के लिए पात्रता
बिहार कृषि इनपुट के लिए निम्नलिखित पात्रताओं का होना आवश्यक है।
- किसान के पास किसान पंजीकरण संख्या हो।
- किसान स्व्यं भूधारी हो।
- किसान वास्तविक खेतिहर ( बटाईदार ) हो।
- किसान स्व्यं भूधारी+वास्तविक खेतिहर हो।
- एक किसान परिवार के सिर्फ एक सदस्य ही आवेदन के पात्र होंगे।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़
जो भी किसान बिहार कृषि इनपुट के लिए आवेदन करना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी।
स्व्यं भूधारी होने की स्थिति में
- जमीन का रशीद ( 2021-2022 से लेकर 2024-2025 ) के किसी भी वर्ष का
- रशीद किसान के स्व्यं के नाम की होनी चाहिए
- पारिवारिक भूमि होने की स्थिति में वंशावली ( ग्राम पंचायत द्वारा निर्गत ) तथा जमीन का रशीद पीडीएफ़ फॉर्मेट में आवेदन के समय अपलोड करें।
- किसान पंजीकरण में दिये गए मोबाइल नंबर की आवश्यकता पड़ेगी ओ. टी. पी के लिए
वास्तविक खेतिहर होने की स्थिति में
- आधिकारिक पोर्टल से सत्यापन दस्तावेज़ डाउन्लोड कर किसान समन्वयक तथा वार्ड सदस्य से सत्यापित करवा लें
- किसान पंजीकरण में दिये गए मोबाइल नंबर
किसान स्व्यं भूधारी+वास्तविक खेतिहर होने की स्थिति में
- जमीन का रशीद
- रशीद किसान के स्व्यं के नाम की होनी चाहिए
- पारिवारिक भूमि होने की स्थिति में वंशावली ( ग्राम पंचायत द्वारा निर्गत )
- आधिकारिक पोर्टल से सत्यापन दस्तावेज़ डाउन्लोड कर किसान समन्वयक तथा वार्ड सदस्य से सत्यापित करवा लें
- किसान पंजीकरण में दिये गए मोबाइल नंबर
सभी दस्तावेजों को पीडीएफ़ फॉर्मेट में एक साथ आवेदन के समय अपलोड करें।
आवेदन की प्रक्रिया
- सर्वप्रथम कृषि विभाग बिहार सरकार की आधिकारिक वैबसाइट https://dbtagriculture.bihar.gov.in/ पर जाएँ
- मुख्य पृस्ठ पर ऑनलाइन सेवाएँ विकल्प का चयन करें
- कृषि इनपुट अनुदान ( 2024-25 ) का चयन करें
- अगले पृस्ठ पर किसान पंजीकरण संख्या डालें और सर्च करें
- परिवार के किसी एक सदस्य का विवरण दें जीवित या मृत विकल्प का चयन करें और सदस्य को जोड़ें
- अब पूछी गई सारी जानकारी जैसे: कुल रकवा ( डिसमिल में ), किसान का प्रकार, क्षति का प्रकार, क्षति का रकवा इत्यादि भरें
- दिये गए मोबाइल पर प्राप्त ओ. टी. पी को सत्यापित कर दस्तावेज़ अपलोड करें
- और सबमिट करें आपका आवेदन पूर्ण हो गया अब सत्यापन के लिए कृषि समन्वयक के पास चला जाएगा
आवेदन प्रिंट तथा स्थिति कैसे चेक करें
- कृषि विभाग बिहार सरकार की आधिकारिक वैबसाइट पर जाएँ
- मुख्य पृस्ठ पर आवेदन की स्थिति एवं प्रिंट विकल्प का चयन करें
- कृषि इनपुट अनुदान 2024-25 चुनें
- दिये गए खाने में किसान पंजीकरण संख्या भरें
- अब आवेदन की स्थिति या प्रिंट विकल्प का चयन करें
- इस प्रकार आप आवेदन की स्थिति चेक कर सकते हैं और प्रिंट भी कर सकते हैं।
सत्यापन की प्रक्रिया में 4 फोटो खिचें जाएंगे
जो किसान अभी तक आवेदन कर चुके हैं उनके सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। यह प्रक्रिया चार चरणों में पूरी होती है प्रथम चरण कृषि समन्वयक द्वारा पूरी की जाएगी जिसमें, वे आपके खेत पर जाकर क्षति का अवलोकन करेंगे तथा चार फोटो जियो लोकेशन के साथ खिचेंगे। उसके बाद आपका आवेदन, कृषि अनुमंडल पदाधिकारी, कृषि जिला पदाधिकारी फिर हेड क्वार्टर जाएगा सत्यापन के लिए। फिर बैंक और उसके बाद डीबीटी के माध्यम से पैसा आपके खाते में जमा कर दिया जाएगा।
अभी तक किए गए आवेदन का पैसा हो चुका है जारी
अभी तक जो किसान आवेदन कर चुके थे तथा जिनके सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी उन सभी किसानों का पैसा 29 अक्तूबर 2024 को जारी कर दिया गया है। विषेश जानकारी के लिए आवेदन की स्थिति देखने की प्रक्रिया द्वारा अपने आवेदन की स्थिति चेक कर सकते हैं।
फिर कब से आवेदन कर पाएंगे किसान
जो किसान अभी तक आवेदन नहीं कर पाएँ हैं वे बेसब्री से पोर्टल खुलने का इंतजार कर रहे हैं तथा उनके मन में तरह-तरह की शंकाएँ जन्म ले रही है की उनका आवेदन हो भी पाएगा या नहीं, पर अभी तक विभाग की तरफ से कोई पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है पर कुछ अंदरूनी सूत्रों की मानें जल्द ही पोर्टल खुल जाएगा और किसानों के इंतजार की घड़ी समाप्त हो जाएगी।
निसकर्ष: बिहार कृषि इनपुट से किसानों के क्षति की सम्पूर्ण भरपाई तो नहीं ही पाई पर राहत जरूर मिली है बिहार सरकार द्वरा कृषि पर आश्रित किसानों के लिए इस प्रकार के लाभ बराबर ही प्रदान की जाती है जिससे लाखों किसानों को लाभ मिलता है कृषि हित में सरकार का यह योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण है।
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